भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के दामों में आज (21 मई 2025) फिर से तेजी देखने को मिली है, जिससे निवेशकों और आम खरीदारों दोनों की निगाहें इन कीमती धातुओं पर टिकी हुई हैं। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक तनाव के बीच, सोना और चांदी हमेशा से एक सुरक्षित निवेश के रूप में अपनी चमक बनाए रखते हैं। आइए जानते हैं आज क्या हैं सोने और चांदी के ताजा भाव, और भविष्य में इनके रुझान कैसे रह सकते हैं।
आज सोने का ताजा भाव (21 मई 2025)
आज भारतीय बाजार में 24 कैरेट सोने का भाव ₹97,420 प्रति 10 ग्राम के आसपास है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत ₹89,300 प्रति 10 ग्राम के करीब चल रही है। कल के मुकाबले आज 24 कैरेट सोने में ₹2,400 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने में ₹2,200 प्रति 10 ग्राम का उछाल देखने को मिला है। यह उछाल वैश्विक बाजार में सोने की बढ़ती मांग और डॉलर इंडेक्स में कमजोरी के कारण बताया जा रहा है।
प्रमुख शहरों में आज सोने का भाव (21 मई 2025, प्रति 10 ग्राम):
- दिल्ली (24K): ₹97,570
- मुंबई (24K): ₹97,420
- चेन्नई (24K): ₹97,420
- जयपुर (24K): ₹97,570
- कोलकाता (24K): ₹97,420
(यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शहरों के अनुसार स्थानीय करों और मेकिंग चार्ज के कारण कीमतों में थोड़ा अंतर हो सकता है।)
आज चांदी का ताजा भाव (21 मई 2025)
सोने के साथ-साथ चांदी में भी आज जोरदार तेजी दर्ज की गई है। आज भारत में चांदी का भाव ₹100 प्रति ग्राम और ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम के आसपास है। कल के मुकाबले आज प्रति किलोग्राम चांदी में ₹3,000 का इजाफा हुआ है। औद्योगिक मांग में वृद्धि और निवेश के सुरक्षित ठिकाने के रूप में चांदी की बढ़ती लोकप्रियता इस तेजी का मुख्य कारण है।
प्रमुख शहरों में आज चांदी का भाव (21 मई 2025, प्रति किलोग्राम):
- दिल्ली: ₹1,00,000
- मुंबई: ₹1,00,000
- जयपुर: ₹1,00,400
- चेन्नई: ₹1,10,600
- कोलकाता: ₹1,00,800
सोने-चांदी के दामों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने और चांदी की कीमतें कई वैश्विक और घरेलू कारकों से प्रभावित होती हैं:
- वैश्विक आर्थिक स्थिति: मंदी या अनिश्चितता के दौर में सोना और चांदी सुरक्षित निवेश माने जाते हैं, जिससे इनकी मांग बढ़ती है।
- डॉलर की मजबूती/कमजोरी: डॉलर के कमजोर होने पर सोने की कीमतें बढ़ती हैं, क्योंकि अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना सस्ता हो जाता है।
- केंद्रीय बैंकों की नीतियां: ब्याज दरों में बदलाव या बॉन्ड खरीद कार्यक्रम भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
- भू-राजनीतिक तनाव: युद्ध या राजनीतिक अस्थिरता के समय सोने को "सेफ हेवन" माना जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ती है।
- त्योहारों और शादियों का सीजन: भारत में त्योहारों और शादी-ब्याह के सीजन में सोने-चांदी की खरीदारी बढ़ जाती है, जिससे स्थानीय मांग में इजाफा होता है।
सोने-चांदी में निवेश के फायदे
सोना और चांदी सिर्फ गहने या दिखावे की वस्तु नहीं हैं, बल्कि ये एक बेहतरीन निवेश विकल्प भी हैं:
- मुद्रास्फीति से बचाव: जब मुद्रास्फीति बढ़ती है और पैसे का मूल्य गिरता है, तो सोना अपनी क्रय शक्ति बनाए रखता है या बढ़ाता है।
- सुरक्षित निवेश: आर्थिक मंदी या अस्थिरता के समय, सोना एक सुरक्षित ठिकाना साबित होता है।
- उच्च तरलता (Liquidity): सोने-चांदी को जरूरत पड़ने पर आसानी से नकदी में बदला जा सकता है।
- पोर्टफोलियो विविधीकरण: निवेश पोर्टफोलियो में सोना शामिल करने से स्थिरता आती है और जोखिम कम होता है।
भविष्य के रुझान और एक्सपर्ट राय
एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा वैश्विक हालात को देखते हुए सोने और चांदी में तेजी का रुख जारी रह सकता है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक समझौतों की प्रगति ने भले ही कुछ निवेशकों को इक्विटी बाजार की ओर आकर्षित किया हो, लेकिन भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं और बढ़ती महंगाई अभी भी इन कीमती धातुओं को आकर्षक बनाए हुए हैं। लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए सोना-चांदी हमेशा से बेहतर विकल्प रहे हैं।
निष्कर्ष:
सोने और चांदी के दामों में दैनिक उतार-चढ़ाव आम बात है, लेकिन लंबी अवधि में ये हमेशा से एक विश्वसनीय निवेश रहे हैं। निवेश का कोई भी फैसला लेने से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना और बाजार के रुझानों को समझना बेहद जरूरी है।